*रात को सोने से पूर्व पैरों के तलवों में और नाभि में नारियल तेल या सरसों का तेल लगाने से आंखों से पानी आने की समस्या दूर होती है और नेत्र ज्योति बढ़ती हैं।
*सरसों का तेल आंखों की रोशनी बढ़ाने में सहायक होता है इसके लिए प्रतिदिन नहाने से 30 मिनट पहले एक कटोरी में सरसों का तेल डाल दे और उसमें दोनों पैरो के अंगूठे डालकर 10 मिनट तक रखें ऐसा करने पर आंखों की रोशनी बढ़ेगी।
*आंखों के हर प्रकार के रोग जैसे पानी गिरना, आंखें आना, आंखों की दुर्बलता, आदि होने पर रात को आठ बादाम भिगोकर सुबह पीस कर पानी में मिलाकर पीने से आंखें स्वस्थ रहती हैं.
*हल्दी की गांठ को तुअर की दाल में उबालकर, छाया में सुखाकर, पानी में घिसकर सूर्यास्त से पूर्व दिन में दो बार आंख में काजल की तरह लगाने से आंखों की लालिमा दूर होती है.
*अगर प्रारम्भिक अवस्था का मोतियाबिंद हैं तो अदरक का रस, सफेद प्याज का रस और शहद तीनो को मिलाकर एक-एक बूंद आंखों में डालने से मोतियाबिंद ठीक हो जाता हैं, और नेत्र ज्योति बढ़ती है।
*आंवले के पानी से आंखें धोने से या गुलाबजल डालने से आंखें स्वस्थ रहती हैं.
*सौंफ आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व और एंटी-ऑक्सीडेंट्स आंखों की रोशनी को कम होने से रोकते हैं। रोजाना दूध के साथ एक चम्मच सौंफ का पाउडर खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है।
*आंवला- आंवला में विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में होता है जो कि एक शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट होता है। आंखों की रोशनी बढ़ाने और रेटीना को सही से काम करने के लिए प्रेरित करने के लिए आंवला का सेवन लाभकारी होता है। पानी में रोजाना आंवला का रस मिलाकर पीने से आंखों की रोशनी तेज होती है।
*पानी आपकी सभी समस्याओं का निदान करता है। समय-समय पर अपनी आंखों को धोते रहें। इससे आंखों में डिहाईड्रेशन नहीं होगा और वह स्वस्थ रहेगी। बाहार से आने के बाद आंखों पर पानी की छींटे जरूर मारे।
*एक शक्तिशाली प्रकाश में निरंतर पढ़ना, पाचन विकार, असंतुलित खाने और भोजन में विटामिन ए की कमी भी आंखों की रोशनी एवं कमजोर दृष्टि के लिए जिम्मेदार हैं।
*दूध में बादाम को भिगोकर उन्हें रात भर रखा रहने दे। सुबह इसमें चंदन भी मिलाये। इसे पलकों पर लगाये । यह नुस्खा आंखों की लालिमा को बिलकुल कम कर देता है।
*इलायची के दो छोटे टुकड़े ले लो। उन्हें पीसकर दूध में डाले और दूध को उबाल कर रात में इसे पिये। यह आंखों की रोशनी को स्वस्थ बनाता है।
*आँखों की देखभाल के लिए आहार में विटामिन ए का शामिल होना अनिवार्य है। विटामिन ‘ए’ गाजर, संतरे और कद्दू, आम, पपीता और संतरे, नारंगी और पीले रंग की सब्जियों में निहित है। पालक, धनिया आलु और हरी पत्तेदार सब्जियों, डेयरी उत्पादों तथा मांसाहारी खाद्य पदार्थ, मछली, जिगर,अंडे में विटामिन ए की एक उचित मात्रा विद्यमान होती है।
#आंखों की रोशनी, कमजोर दृष्टि के लक्षण
1.वस्तुओं पर ध्यान केंद्रित करते वक़्त आंख की मांसपेशियों में तनाव
2.आंखों पर अत्यधिक तनाव मांसपेशियों को कमजोर करते हैं
3.कमजोर आंख की मांसपेशिया दृष्टि में समस्याओं का कारण बनती है
4.आंखों से धुंधला दिखना
5.लघु दृष्टि और लंबे दृष्टि
6.लंबी दूरी की वस्तुओं को देखने में सक्षम न होना
7.पास की वस्तुओं को देखने में सक्षम न होना
8.लंबी दूरी की वस्तुओं को देखने में परेशानी
9.आंखों में जलन
10.आंखों में पानी आना
11.अध्ययन के दौरान सिर में भारीपन